एल्कलाइन वाटर यानि कि क्षारीय पानी के फायदे
क्षारीय पानी स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में कई तरह से उपयोगी है।
इसलिए की साधारण कल के पानीं की ph लेवल जो होता है वह क्षारीय पानी के अपेक्षाकृत कम होता है इसलिए यह खून एवं मूत्र के ph को संतुलन को सुधारने और मानव के शरीर में पानी की मात्रा तुरंत बढ़ाकर हमारे डिहाइड्रेशन से घटी हुई शारीरिक ताकत व रक्त के मोटापे को सामान्य करने में सादे पानी से जयदेव बेहतर साबित होता है।
इसके साथ ही आंतों के मददगार फ्लोरा को बचाकर बदहजमी व आईबीएस जैसे पेट के रोग में पेटदर्द व डायरिया पेटखराब से आराम देने में एवं शरीर द्वारा पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण में भी लाभकारी होता है।
हानिकारक फ्री- रेडिकल्स के द्वारा शरीर के कोशिकाओं को होने वाली हानि को रोक थाम से बढ़ती उम्र के असर को धीमा करने व पेनक्रियाज के इंसुलिन बनानेवाली कोशिकाओं की सुरक्षा कर डायबिटीज अन्या अनेकों तरह की बीमारियों से बचाव में भी एल्कलाइन पानी मददगार साबित होता है।
एल्कलाइन वाटर यानि कि क्षारीय पानी वजन घटाने व मानसिक स्थिति और हड्डियों को मजबूत बनाने यानी कि हड्डियों के खोखलापन और ऑस्टियोपोरोसिस रोग के होने से भी हमें बचाता है।
अगर हम अपने जीवन शैली में एल्कलाइन वाटर का इस्तेमाल करते है तो यह ब्लड शुगर कंट्रोल कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल ब्लडप्रेशर के सामान्य स्तर को सामान्य बनाए रखने में भी हमारी मदद करता है।
अगर हम एल्कलाइन वाटर में मिनरल्स की मात्रा को थोड़ा बढ़ाकर अगर एल्कलाइन वाटर का उपयोग करते हैं तो यह हृदय रोग , रक्तसंचार से जुड़े रागों और कैंसर में रोकथाम एवं असमय मौत के होने वाली घटनाओं में भी हमारी मदद कर सकता है।
एल्कलाइन वाटर यानि कि क्षारीय पानी बनाने के कुछ घरेलू तरीके जो हमारे किचेन सामग्री रोजमर्रा के समान से हम कर सकते हैं:-
1. सामग्री :- पुदीने की पत्ती 20 या 25, अदरक 4 या 5ग्राम
20 या 25 तुलसी की पत्तियां, 25 ग्राम के लगभग खीरा का टुकड़ा , नींबू का टुकड़ा आधा कटा हुआ , हाफ चमचा सेंधा नमक और हाफ टी स्पून मीठा सोडा ।
बनाने की विधि:-
इन सभी सामग्री को छोटे छोटे टुकडों में काटें।
नींबु को छिलका के साथ में हीं रखें
इन सभी सामग्री को शीशे या मट्टी के बर्तन में डाल दें।
और उसमें डेढ़ लीटर पानी सामग्री को देखकर उस बर्तन में डालें और रातभर उस पानी के बर्तन को ढंक कर छोड़ दें और उसी पानी को दूसरे दिन दिनभर पीएं।

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