शाकाहार के कई स्वास्थ्य, पर्यावरण और आध्यात्मिक लाभ होते हैं मेरे विचार से जो कि मैं आप के साथ साझा करने की कोशिश कर रहा हूं अगर आप लोगों को लगे कि मुझसे कुछ गलती हुई है इसको लिखने में तो कृपया करके बताएं मैं उन सभी आपके कहे बातों को ध्यान में रख कर और भी अच्छी लिखने की कोशिश करूंगा।
यहां शाकाहार के कुछ मुख्य फायदे दिए गए हैं:-
1. स्वास्थ्य संबंधी फायदे:-
- **हृदय स्वास्थ्य:- शाकाहार ब्लडप्रेशर ,कोलेस्ट्रॉल और चीनी यानि कि शुगर के स्तर को नियंत्रित कर सकते है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम होता है।
- **पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद:- शाकाहारी भोजन में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन में सुधार करता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करता है।मोटे अनाज में फाइबर की मात्रा बड़ी मात्रा में पाया जाता है।
- **मोटापे पर नियंत्रण:- शाकाहारी भोजन में कैलोरी कम होती है, जिससे वजन को नियंत्रित करना आसान होता है।
- **शुगर कंट्रोल:- शाकाहार मधुमेह को नियंत्रित करने और इसकी संभावना को कम करने में सहायक होता है।
- **लंबी उम्र का भी फायदा:- शोध से पता चलता है कि शाकाहारी लोग मांसाहारी लोगों की तुलना में अधिक समय तक जीवित रहते हैं।
2. हमारे पर्यावरन के लिए भी फायदेमंद है:-
**पानी की बहुत अधिक बचत:- मांस उत्पादन के लिए पानी की अधिक खपत होती है, जबकि शाकाहारी भोजन की जरूरतें कम होती हैं।
3. आध्यात्मिक और नैतिक तौर पर भी बहुत सारे फायदे हैं:-
- **अहिंसा धर्म का भी पालन होता है : - शाकाहार जीवों के प्रति दया और अहिंसा के सिद्धांतों का समर्थन करता है।
- **मानव शांति: शाकाहारी भोजन को कई धर्मों और योग में शुद्ध और शांतिपूर्ण जीवन शैली का हिस्सा माना जाता है।
- **नैतिकता का भी विकल्प इसे माना जा है :- जानवरों की पीड़ा को कम करने के लिए शाकाहार को एक नैतिक विकल्प माना जाता है।
4. **आर्थिक फायदे:-
- शाकाहारी भोजन मांसाहारी भोजन की तुलना में अधिक किफायती होता है और शाकाहारी भोजन के लिए हमें खर्चे भी कम करने पड़ते है।
- इसे उगाने और पकाने में संसाधन कम लगते हैं और इससे एक रोजगार के साथ ही व्यायाम का भी विकल्प हम मन सकते हैं क्योंकि हमें खेतों में कम भी करना पड़ता है इसे उगने के लिए जिससे हमारे स्वास्थ्य को भी ठीक रखने में मदद मिलती है।
5. रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार:-
शाकाहारी भोजन में एंटीऑक्सिडेंट्स, विटामिन और खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं। साथ जितना ओमेगा ३ हमें किसी भी मांसाहार से नहीं मिलता उतना हम कम खर्च में अपने खेत में उगा हुआ अलसी यानि तीसी से ले सकते हैं।
सारांश:-
शाकाहार केवल एक खानपान की आदत नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य, पर्यावरण और नैतिकता का महत्वपूर्ण उदाहरण है। शाकाहार अपनाकर न केवल अपना जीवन बेहतर बनाया जा सकता है, बल्कि समाज और पर्यावरण पर सकारात्मक प्रभाव भी छोड़ा जा सकता है और हम किसी भी जीव के हत्या के पाप से भी बच सकते हैं।
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